Wednesday, February 24, 2010

!!.............बजट एवं छत्तीसगढ़............!!

.......फिर इस बार हमारा छत्तीसगढ़ छला गया , हमें फिर से दो तीन नयी ट्रेन के रूप में झुनझुना पकड़ा दिया गया !! आखिर कब कोई रेल मंत्री पुरे देश का रेलमंत्री बनेगा ? क्या सिर्फ रेलमंत्रियों को बजट में अपने ही प्रदेश का ध्यान रहता है पुरे देश का नहीं ?
निश्चित ही यह बजट राष्ट्रीय स्तर पर जनहितकारी हो सकता है मगर यदि हम राज्यों के अनुसार देखें तो इसमें केवल कुछ ही राज्यों को उपकृत किया गया नजर आता है !! हमारे छत्तीसगढ़ जैसे नवनिर्मित राज्यों को इस बजट में अनदेखा किया गया प्रतीत होता है , न केवल इस बजट बल्कि अभी तक प्रस्तुत सारे बजट में ऐसा ही होता है , जबकि अपने विकास की बात जोहते ऐसे प्रदेशों को सुविधासंपन्न बनाने हेतु अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है !! शायद हम केंद्र को अधिक सांसद नहीं दे पाते जिसका खामियाजा प्रदेश को भुगतना पड़ता है , ऐसे कोई भी कारण हो मगर हमारा छत्तीसगढ़ उपेक्छा का शिकार कब तक बनता रहेगा ???
मै देश के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी तथा रेल मंत्री से अपील करता हूँ की हमारे प्रदेश छत्तीसगढ़ की उपेक्छा करना बंद कर समुचित विकास में योगदान देवें ......!!

Monday, February 22, 2010

श्रेष्ठता की सच्चाई

अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमण सिंह को देश का दूसरा स्रेस्थ मुख्यमंत्री घोषित किया गया है !! मै इस विषय पर इस पुरस्कार की सच्चाई को यहाँ पर प्रदर्शित करना चाहता हूँ !!
उस प्रदेश का मुखिया कैसे श्रेष्ठ हो सकता है जहाँ की अधिकाधिक जनता गरीबी रेखा से निचे जीवन यापन कररही है , जहाँ रोज कई निर्धन ,लाचार आदमी नक्सलियों के कारन मारे जाते हैं ! कहने को तो इस प्रदेश में चारों और विकास की गंगा बहाई जा रही है , यह सच भी है ! मगर यह आम जनता के लिए नहीं नेता , मंत्री एवं नौकरशाहों के लिए है !
रमण सरकार गरीब जनता को एक रूपये में चावल देकर अपने गरीब हितैषी होने का दंभ भरती है मगर वास्तव में वह जनता की कार्य करने की इच्छाशक्ति को मारकर, शराब का लत लगाकर , उन्हें आलसी बनाने का प्रयास कर रही है जिससे उनका वोट बैंक सुरक्छित हो जाये , अगर यह सरकार वास्तव में गरीब हितैषी होती तो उन्हें आर्थिक सहायता उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती , उनकी क्रयशक्ति बढ़ाने का प्रयास करती !!
ऐसी सरकार कभी भी गरीब हितैषी नहीं हो सकती तथा ऐसी सरकार का मुखिया आज तो लोकप्रिय हो सकता है मगर उसने प्रदेश को बर्बाद करने का ही काम किया है ऐसे भ्रष्ट सरकार को पुरस्कृत करने वाली संस्था एवं सर्वे की हकीकत पर क्या विश्वास किया जा सकता है यह विचार का मुद्दा है .............!!

Sunday, February 21, 2010

जैसा की आप सभी जानते हैं , आज समूचा विश्व आर्थिक मंदी से त्रस्त है तथा महंगाई अपनी चरम पर है ऐसी स्थिति में जहाँ भाजपा जैसे राजनितिक दल अपने असहयोगात्मक रुख का परिचय देते हुए देश में एक ओर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं , वहीँ दूसरी ओर इंदौर के कुश्भाऊ ठाकरे ग्राम में अपनी कार्यकारिणी की बैठक में करोड़ों रूपये फूंककर क्या साबित करना चाहती है ?
क्या वे इसके माध्यम से यह बताना चाहते हैं की महंगाई से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता या फिर ये बताना चाहते हैं की उन्हें देश की आम जनता से कोई सरोकार नहीं है !!केवल बैठक आयोजित करने के लिए इतना दिखावा करना तथा फिजूलखर्च करना इस परिस्थिति में केवल भाजपा नेताओं के विलासिता पूर्ण रवैये को प्रदर्शित करता है !!
इस कृत्य से भाजपा के दोगली निति का भी पता चलता है अगर वास्तव में वह देश की हितैषी है तो उन्हें ऐसे हरकतों से बाज आना चाहिए तथा रास्ट्रीय मुद्दों पर सहयोगात्मक रुख अपनाकर देशभक्ति का परिचय देना चाहिए ....